NEP-2020 के आलोक में विकसित कला समन्वित संस्कृत भाषा किट आधारित तीन दिवसीय शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण

NEP-2020 के आलोक में विकसित कला समन्वित संस्कृत भाषा किट आधारित तीन दिवसीय शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण

स्थान- जिला शिक्षा एवम प्रशिक्षण संस्थान रायबरेली

दिनांक – 09/02/2024 से 11/03/2004

ब्लॉक छतोह प्रतिभागी –

  1. रमेश कुमार शुक्ल PS पूरे देवीदास
  2. “आलोक कुमार मौर्य PS निनावा
  3. शैलेश कुमार Ps दोस्तपुर बुढबारा
  4. गौरव मौर्य c s कांटा
  5. राहुल त्रिवेदी CS काजीपुर तेलियानी

प्रथम दिवस (09/03/2024) – सत्र की रूपरेखा

→ प्रशिक्षण का उद्देश्य एवं संस्कृत भाषा किट का सामान्य परिचय

⇒ संस्कृत भाषा किट का परिचय

⇒ अभिवादनम्

=> बालकथा

=> बालगीतम्

⇒ परिवेशीय चर्चा

⇒ बाल जगत

उपरोक्त गतिविधियां मौखिक भाषा विकास

संस्कृत भाषा में स्वर, व्यंजन एवं संख्याज्ञान

=> शब्दों से वर्णों की ओर

=> आनन्दस्य पाठशाला

कार्यक्रम का शुभारम्भ –

डा० अनीता यादव मैम द्वारा “आलस्य कुतो विद्या…..” से प्रारम्भ किया।

तत्पश्चात् संदर्भदाता श्री राजेश द्विवेदी जी द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना –

हे गणेश तब पावन-चरणौ ……..

हे गणेश ! तव पावन चरणौ सर्वे वयं तदा प्रणमामः ।

देहि देव! सद्विद्याम नस्त्वं दूरी-कुरु मनसः अज्ञानम् ।

साञ्जलि – वयं नमस्कुर्मः त्वां, कृत्वा तव पदपद्म ध्यानम् ।।

रक्ष सर्वदा हेरम्ब ! त्वं देव ! त्वां शरणं गच्छामः ।

है गणेश ! तव पावनचरनौ सर्वे वयं सदा प्रणमामः ।

हे गनेश ! तुम्हारे पवित्र चरणों को हम सदा प्रणाम करते हैं।हे देव । हमें सुविधा (अच्छा ज्ञान ) देकर हमार अज्ञात दूर करें। हम तुम्हारे चरण कमलों का ध्यान कर तुम्हें हाथ जोड़ प्रणाम करते हैं।

हे हेरम्ब (गणेश) हम तुम्हारी शरण में आह हैं सदा हमारी रक्षा करो। है गणेश । तुम्हारी पवित्र चरणों हम सदा प्रणाम करते हैं।

अभिवादन के संस्कृत शब्द

प्रणाम प्रणाम (अपने से बड़ों के प्रति)

नमो नमः नमन (भगवान के प्रति)

नमस्ते नमस्ते (आपको नमस्कार)

नमस्कार : नमस्कार (समकक्ष के प्रति) आपको नमस्कार करता हूँ।

नमस्करोमि – बारंबार नमस्कार (भगवान को)

सुप्रभातम् सुप्रभात सुबह का नमस्ते

शुभरात्रि: शुभरात्रि रात्रि का नमस्ते

सुस्वप्नमस्तु मधुर स्वप्न sweet dreams

शुभ मध्यान्हम शुभ दोपहर (दोपहर का नमस्ते)

शुभ सायं शुभ संध्या

सुदिनम् शुभ दिन

पुनरदर्शनाय /पुनः मिलामः फिर मिलेंगे

अभिनंदनम बधाई हो

अनुग्रहीतोऽस्मि मैं आभारी हूँ

शुभेच्छा शुभकामनाएं

शुभ जन्मदिनम जन्मदिन की शुभकामनाएं

⇒ शब्द से वर्ण की ओर संस्कृत भाषा का शिक्षण कार्य कर बच्चों में विषय के प्रति जुड़ाव होगा।

अश्व: प्रथम ध्वनि——अ

अजः प्रथम ध्वनि——- अ

अंत में श्री राजेश द्विवेदी जी द्वारा प्रेरणा गीत……
हम नन्हे बच्चे भारत के ……… करवा कर ऊर्जा का संचार कर दिया।

निष्कर्ष:

आशा करते हैं कि आप इस लेख/ आर्टिकल “NEP-2020 के आलोक में विकसित कला समन्वित संस्कृत भाषा किट आधारित तीन दिवसीय शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण” को पढ़कर काफी लाभान्वित हुए होंगे। अगर यह लेख आपको पसंद आया हो तो अपने दोस्तों से भी शेयर कर सकते हैं अगर किसी तरह का कोई संदेह प्रश्न है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं। जहां तक संभव होगा मैं आपके प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करूंगा।

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