PM Vishvakarma Yojna 2024:पीएम विश्वकर्मा योजना 2024,यहां आप आवश्यक पात्रता, विशेषताएं, उद्देश्य,लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी विस्तार से प्राप्त करें।

PM Vishvakarma Yojna 2024:पीएम विश्वकर्मा योजना 2024,यहां आप आवश्यक पात्रता, विशेषताएं, उद्देश्य,लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी विस्तार से प्राप्त करें।

[07/01, 7:13 am] R K SHUKLA:

पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरूआत कब हुई?

हम आपको इस ब्लॉग में प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के अंतर्गत कामगारों को प्रशिक्षण देने के बाद 15 15 हजार रुपए के ई वाउचर देने के बारे में बताएंगे।

अगर आप निश्चित 18 प्रकार के पुश्तैनी कार्य में से किसी एक भी तरह के काम को करते हैं जिनमें विभिन्न प्रकार के औजारों का प्रयोग होता है तो यह खबर आपके लिए आवश्यक हो सकती है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 73वें जन्मदिवस (17सितंबर 2023) के अवसर पर पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरूआत किया था।

आईए जानते हैं प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishvakarma Yojna 2024)के बारे में।

आपको बता दूं कि 17 सितंबर 2023 को पीएम विश्वकर्मा योजना को लांच किया था जिसके अंतर्गत कामगारों के लिए आने वाली योजनाओं में अधिकारी उन्हें टूलकिट अपने हिसाब से देते थे लेकिन अब इसमें बहुत बड़ा बदलाव किया गया है इस नई व्यवस्था में किट देने की बजाय उन्हें स्थानीय स्तर पर चिन्हित दुकानों से कामगार खुद जाकर अपनी जरूरत के हिसाब से ई वाउचर के माध्यम से औजार खरीद सकेंगे। यह ई वाउचर₹15000 की कीमत वाले होंगे।

आपको बता दूं कि प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना पूरी तरह से पुश्तैनी कार्य में लगे लोगों के कारोबार को आगे बढ़ाने और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए है इस योजना में का लाभ लेने के लिए बहुत सारे कामगार तेजी से आवेदन कम कर रहे हैं आपको बता दें कि एमएसएमई विकास कार्यालय में सभी जिलों में आवेदन प्रक्रिया तेज चल रही है। आप साथ ही अयोध्या में तो सबसे पहले प्रशिक्षण का कार्यक्रम भी शुरू हो गया है वहां आवेदन की समय सीमा समाप्त हो गई है।

आवेदन के पश्चात इस योजना में कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण लेना होता है जहां पर कामगार को रहना व खाना निशुल्क रहता है यह प्रशिक्षण पांच दिवसीय होता है तथा प्रत्येक दिन ₹500 मानदेय के रूप में मिलता है इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के पश्चात सभी कामगारों को 15-15 हजार रुपए के ई वाउचर प्रदान किए जाते हैं।

आपको जानकारी दे दूं कि केंद्र स्तर से प्रत्येक जिले में ही औजारों की दुकानों का चयन होता है फिर कामगार ई वाउचर के माध्यम से उन्हें दुकानों से अपनी जरूरत के हिसाब से औजारों को खरीद सकते हैं।

इस योजना में शामिल होंगे ये पुश्तैनी कामगार!

पीएम विश्वकर्मा योजना 2024 के योग्य ये 18 तरह के कामगार हैं- बढ़ईगीरी, लोहारगिरी, बुनाई, मिट्टी के बर्तन बनाना, मूर्तिकला और अन्य पारंपरिक व्यवसायों में लगे कारीगर और शिल्पकार प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ सुनार, दर्जी, मूर्तिकार, अस्त्रकार, पत्थर तराशने वाले, मोची/जूता बनाने वाले, कारीगर, गुड़िया और खिलौना निर्माता, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, फिशिंग नेट निर्माता और टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले। इसके लिए पात्र हैं।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत सरकार देश के कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। भारत सरकार ने इस योजना के लिए 13 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है। इस स्कीम के अंतर्गत देश के करीब 30 लाख से ज्यादा पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को लाभान्वित किया जाएगा।पीएम विश्वकर्मा योजना लागू करने वाला जम्मू कश्मीर देश का पहला केंद्र शासित प्रदेश बन गया है।

आपको बता दूं कि यह पीएम विश्वकर्मा योजना अगले पाँच साल यानी 2023-2024 से 2027-2028 तक लागू रहेगी। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों और हस्तशिल्प श्रमिकों को विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र मिलेगा। स्कीम के अंतर्गत इन लोगों को पहले चरण में तीन लाख तक का ब्याज़ मुक्त लोन मिलेगा।

अगर आप भी पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो यहां से ऑनलाइन आवेदन करें

Official website: https://pmvishwakarma.gov.in/

हम आशा करते हैं कि इस लेख से आपको “PM Vishvakarma Yojna 2024:यहां पीएम विश्वकर्मा योजना 2024,आवश्यक पात्रता, विशेषताएं, उद्देश्य,लाभ और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करें।” के बारे में जानकारी मिल गई होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी ‘पीएम विश्वकर्मा योजना 2024‘ के बारे में जानकारी हो सके। ऐसे ही और भी बिज़नेस से जुड़ी जानकारियों को पढ़ने के लिए हमारे पेज पर जरूर जाएं।

डिसक्लेमर:

‘इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।’

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